हाई हाई रे हलिया …….!

पाँडुण हैग्यु हलियो हाल
सोना चाँदी जैसो भाव
मिल जा जैकुँ हलिया प्याँरु
खुश नसीब उँ बनिया न्याँरु
दीयु बँखै युँ नखँरा चलणि
ग्रेहुँ धान फसल मा यैकुँ देखो
हाई हाई रे हलिया …….!

जौकँ कुँ जैसो खून चुँसू
किस्त से पैलि किस्त उँठु
दीयु बँखै युँ हलिया नखरा
डँबलु मा मन वाँछित फल नि पैई
तबै युँ चलणि सिखुडै कि बेद
बल्दु कु पुँठणि सिखुडै कि रेख
हाई हाई रे हलिया …….!

लँठुरा जँठुरा कानि मा जुँवा
उगैर भरि युँ गँढ मा हलिया
दाँण टुँकि ले कँवरे छुटि
खनने खनने गुसै गुसैणि
पुँछड अमौरि बल्दु रेल
मौय मे डैल बल्दु कुँ यैले पैल
हाई हाई रे हलिया …….!

हथैण पकडि हाथु ले
चाँपर गुमैई सिखु मा
ठाँड असाँऊ यैकुँ नैहँडु
बल्दु कानि कान (छाला) लगै
गुसै गुसैणि आँफत रे
ब्याँव बखै अदि (शराब) चै
दुहर दिने युँ छुटि रे
हाई हाई रे हलिया …….!
हाई हाई रे हलिया …….!

लेख-सुन्दर कबडोला
गलेई- बागेश्वर- उत्तराँखण्ड
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