दहैजि गब्बर

कुनयी भिडोँ यु 25 गत
जँवै छू उणि 26 गत
रँग-लूटि बे जम्मु जै रो
माँग ले हैगोँ ऊँचो निचोँ
बिन गाडि नि जैई सैगोँ
जँवै तुमारोँ फौजी हैगोँ
टाट मा सितणि
ठाँट-बाँट मा हैगोँ
“सफेद घोडि मा चेडि ऐरोँ
दहेज कु लिस्ट साथ मा लेरोँ”
महाराज…..
यु मँडप मा सँन्नाटा हैगोँ
गब्बर जस वर जै ऐगोँ
अगल-बगल … खुचुड बुचुड
‘जय’ और ‘वीरु का छा तुम
पहाड मा ऐगोँ यु गबर
पहाड मा ऐगोँ यु गबर

लेख-सुन्दर कबडोला
13/12/2012